बुद्ध पूर्णिमा

बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में मानव सेवा समिति की ओर से श्री महादेव जी एस के रूंगटा स्पेशल स्कूल औढ़ारी गाजीपुर में 16 मई को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ श्री महादेव जी रामाधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र औढ़ारी गाजीपुर के V.I. कोर्स कोआर्डिनेटर अवधेश यादव ने बुद्ध की प्रतिमा को नमन करके किया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए श्री महादेव जी एस के रुंगटा स्पेशल स्कूल के प्रधानाध्यापक अजीत कुमार गुप्ता ने भगवान बुद्ध के सिद्धांतों को याद करते हुए उन्हें पूरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने महात्मा बुद्ध के जीवन से लेकर उनके किए गए तमाम कार्यों के बारे में छात्र छात्राओं को बताया। गुरुकुल परंपरा में चली आ रही प्राचीन शिक्षा पद्धति का बौद्ध काल में परिवर्तन हुआ। बौद्ध काल में शिक्षा सभी वर्ग के छात्र (दिव्यांग एवं गैर दिव्यांग) के लिए सर्वांगीण विकास की साधना थी जिसे वर्तमान की समावेशी शिक्षा पद्धति “Welcome for All” से मिलान कर सकते हैं। छात्रों (दिव्यांग एवं गैर दिव्यांग) ने कविताओं एवं गीत के माध्यम से महात्मा बुद्ध की जीवनी से संबंधित घटनाओं को व्यक्त किया और लघु कथाओं के माध्यम से सभी को महात्मा बुद्ध के जीवन से प्रेरणा लेने को प्रेरित किया।

कार्यक्रम के अन्त में स्पेशल स्कूल के विशेष शिक्षक रविंदर यादव ने सभी सदस्यों को इस भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया।

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