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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

मानव सेवा समिति सिखारी गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश महिला महिला सशक्तिकरण एवं सम्मान के लिए वर्ष 2003 से लगातार प्रयासरत है। ग्रामीण इलाकों के बेटियों की शिक्षा दीक्षा के लिए शिक्षण संस्थान स्थापित कर शिक्षित एवं प्रशिक्षित किया जा रहा है। बेटियों के शिक्षण के साथ उनमें ऐसे हुनर पैदा करने का प्रयास किया जाता है कि जिससे वो सम्मानजनक जीवन जी सकें। फिर फिल्म अभिनेत्री एवं सामाजिक कार्य करती शबाना आजमी से मिलकर के सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाया जाता है जिसके माध्यम से तीन से ₹4000 महीने आराम से बालिकाएं कमा लेते हैं। आचार मुरब्बा जेली जूस मोमबत्ती अगरबत्ती आदि का भी प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
दिव्यांग बेटियों के लिए विशेष रूप से संस्था का प्रयास है कि जिनके आंखें नहीं है उन्हें कौशल के रूप में उन्हें आंखें मिल जाए जिनके पास हाथ नहीं है कौशल के रूप में होने हाथ हाथ मिल जाए। जिनके पास जबान नहीं है हुनर के द्वारा उन्हें जबान मिल जाए इनके लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं l वर्ष 2014 से मनिहारी ब्लॉक के कई ग्राम पंचायतों में पश्चात स्वयं सहायता समूह बनवा कर मानव सेवा समिति महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सार्थक प्रयास करते हुए मैं सरकारी सुविधाओं से भी जोड़ जोड़ा जा रहा है। 30 स्वयं सहायता समूह को सरकार से अनुदानित करा कर रोजगार के मुख्य धारा से जोड़ा गया है।का प्रयास है कि इन्हीं अधिक से अधिक रोजगार से जोड़ा जाए जिससे गांव का किसान मजदूर आर्थिक रूप से मजबूत व स्वावलंबी बन सके।
वर्ष 2019 से लगातार गरीब कन्याओं का सद्भावना समावेशी सामूहिक विवाह आयोजित करके सिद्ध पीठ Audhari मठ पर एक ही मंच पर बहुत ही मर्यादित एवं सुव्यवस्थित ढंग से हर जाति वर्ग , धर्म के कन्याओं को एक साथ सम्मानित करते हुए समाज में बेटियों को सम्मान दिलाते हुए सद्भावना का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें क्षेत्रीय जनता तथा महाराष्ट्र निवासी श्री भानु प्रकाश राठी, श्रीमती आशा भानु प्रकाश राठी का विशेष सहयोग रहता हम मानव सेवा समिति के सदस्यगण अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह शपथ लेते हैं कि महिला सशक्तिकरण व उनकी कल्याण हेतु और अधिक शक्ति से कार्य करने का प्रयास करेंगे जिससे नारी शक्ति का विकास एवं सम्मान बढ़ता रहे राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम मानसिक मंद कन्याओं का निशुल्क निरामया हेल्थ कार्ड बनाने का संकल्प लेते है। जिससे आसानी से उनके इलाज किए जा सके।

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