National Deworming Day Program

मानव सेवा समिति के तत्वाधान में श्री महादेव जी एस के रूंगटा स्पेशल स्कूल गाजीपुर द्वारा 20 जुलाई 2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम एवं मॉप अप दिवस 25-27 जुलाई के दौरान आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान ट्रेनिंग सेंटर के प्रवक्ता (श्रवण बाधित), अजीत कुमार गुप्ता ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाता है, खासकर 1 से 19 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए जो सबसे कमजोर हैं।
इस दिवस की शुरुआत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 2015 में की गई थी।
इस दिन का मुख्य उद्देश्य आंतों के कीड़ों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बच्चों में मृदा-संचारित कृमि का पूर्ण उन्मूलन प्राप्त करना है। दुनिया की लगभग 24% आबादी मिट्टी से संक्रमित कृमि (कीड़े) से संक्रमित है। परजीवी कीड़े लोगों और जानवरों दोनों के समाज के लिए एक खतरा हैं। बच्चों के बाहर खेलते समय मिट्टी के संपर्क में आने से कृमि के संक्रमण को रोकना असंभव है। कृमि संक्रमण बच्चों के जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है, उनके शारीरिक विकास और मानसिक विकास को अवरुद्ध कर सकता है। इससे स्कूलों में खराब उत्पादकता हो सकती है, उनकी उपस्थिति प्रभावित हो सकती है और उनकी शिक्षा और भविष्य में बाधा आ सकती है। इसलिए, बच्चों की समय पर और उचित कृमिनाशक एक आवश्यकता है। आंतों के कीड़े गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में पाए जाते हैं और शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
उनके द्वारा कृमि संक्रमण की रोकथाम के तरीके दिव्यांग बच्चो को समझाया गया जैसे- शौचालय का उपयोग करने से पहले और बाद में नियमित रूप से साबुन और गर्म पानी से हाथ धोने से आंतों के कीड़ों से बचा जा सकता है।

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