स्त्री शिक्षा /नारी शिक्षा (WOMAN EDUCATION )– आज के आधुनिक युग में चाहे पुरुष हो या महिला दोनों के लिए शिक्षा बराबर है सभी को शिक्षा का मूल अधिकार प्राप्त है जिसके चलते आज हम जहां भी नजर दौड़आते हैं हैं वहां नारी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ते जा रहे हैं नारी शिक्षा से समाज का निर्माण होता है नारी के उत्थान से राष्ट्र का उत्थान होता है नारी दया,ममता,मधुरिमा ,विश्वास ,स्वच्छता, समर्पण और क्या जैसे महान गुणों से विभूषित होती है इसलिए नारी शिक्षा परम आवश्यक है क्योंकि एक नारी ही होती है जो चिकित्सा, शिक्षा, बाल पोषण, सौंदर्य आदि मी कुशल सिद्ध हो सकती है
मानव सेवा समिति द्वारा संचालित श्री महादेव जी रामआधार दिव्यांग शिक्षण प्रशिक्षण केंद्र औढारी सीखड़ी गाजीपुर उत्तर प्रदेश संस्थान के D.ED प्रशिक्षु एवं अध्यापकों द्वारा नारी शिक्षा के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं दिव्यांग एवं पिछड़े गरीब बालिकाओं जो शिक्षा से वंचित है उनको निशुल्क और संपूर्ण शिक्षा देने के बारे में बताया और कहां की जब नारी शिक्षित होगी तब समाज भी शिक्षित होगा इसलिए हम सबको मिलकर समाज के हर वर्ग को नारी शिक्षा की अलख जगाने होगी और कदम से कदम मिलाकर नारी शिक्षा के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की जरूरत है क्योंकि नारी ही हमारे समाज की प्रथम सीढ़ी है क्योंकि जब नारी शिक्षित होगी तब परिवार शिक्षित होगा जब परिवार शिक्षित होगा तो समाज शिक्षित होगा जब समाज शिक्षित होगा तो देश शिक्षित होगा इसी तरह पूरा राष्ट्र शिक्षित होगा
रवि प्रकाश शुक्ला